अलीगढ़: मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में हुआ सर्वधर्म सदभाव सम्मेलन
विदेश से पधारे ज्ञानी महाराज ने दिया मानवता का संदेश, सभी को बांटी श्रीमद् भागवत गीता
मण्डलायुक्त श्री अजयदीप सिंह की अध्यक्षता में कमिश्नरी स्थित सभागार में सर्वधर्म सदभाव सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें विदेश से पधारे महाराज राज राजेश्वर ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मानवता का सन्देश दिया और कहा कि वास्तव में प्रेम, सदभावना और शान्ति से ही किसी देश की उन्नति का मार्ग खुलता है।
मण्डलायुक्त श्री सिंह कार्यक्रम के दौरान महाराज ने भगवान की प्रतिमा व रूद्रास भेंट किया। मण्डलायुक्त ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए, जिससे की सभी धर्म के लोग एकजुट होकर भाई-चारे के साथ रहे और आपस में भाईचारा कायम रखे।
सम्मेलन में हरिद्वार के परमार्थ आश्रम से पधारे महामंडलेश्वर निरंजन स्वामी ने कहा कि आज धर्म के नाम पर चारों ओर पाखंड का बोलबाला है लेकिन इससे अलग हटकर मनुष्य को आधात्मिक होने की जरूरत है जिसमें दूसरे की सहायता का भाव होना जरूरी है।
प्रख्यात कथा वाचक संजय ठाकुर ने कहा कि वास्तव में यह जीवन ईश्वरीय प्रसाद है और मनुष्य भगवान की सबसे सुंदर कृति है, उन्होंने कहा कि इंसानियत के बिना मनुष्य का जीवन निरर्थक है। संजू ठाकुर ने लोगों को संदेश दिया कि धरती पर कुछ नया सृजन करके जाना चाहिए उन्होंने आयोजन की मुक्त कंठ से सराहना की और देश के नेतृत्व पर भरोसा जताया। संजू ठाकुर के कहा कि इससे अच्छे दिन कब आएंगे जब देश के प्रधानमंत्री मोदी जी विदेशों में मित्रों को गीता का उपहार देकर श्री मद्भागवत गीता का संदेश दे रहे हैं।
लंदन के इंटरनेशनल सिद्धाश्रम से आये राज राजेश्वर महाराज ने कहा कि जो व्यक्ति स्वयं को बड़ा मान लेता है उसकी जड़े समाज में खोखली हो जाती हैं। मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने गौ माता सेवा का संदेश दिया और कहा कि प्रेम सदभावना व शान्ति से ही किसी देश की तरक्की सम्भव है। इस दौरान इस्कॉन आश्रम की ओर से सभी आगन्तुकों को श्रीमद्भागवत गीता भेंट की गई। इंजीनियर राकेश शर्मा ने सभी का आभार प्रकट किया।
सर्व धर्म सद्भावना सम्मेलन में फ़ादर जोश अकरा, सरदार भूपेंद्र सिंह, पंडित अनुराग गौतम, हितेन्द्र उपाध्याय बंटी, सुनील कौशल महाराज अरुण कुमार उपाध्याय, विकास शर्मा, हिमांशु मित्तल, महंत योगी कौशल नाथ, रविन्द्र पाठक रिंकू, सत्य प्रकाश नवमान और आचार्य महेश चंद्र व्यास सहित प्रबुद्ध लोग मौजूद रहे।