अलीगढ़ उत्तर प्रदेश
*अपनी ही मरीज 9 माह की गर्भवती महिला को भर्ती करने से फिरोज़ स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर ने किया मना, हॉस्पिटल के एमडी ने कहा कि आईएमए के कहने पर महिला मरीज को नहीं किया भर्ती।🔻*
*गर्भवती महिला ने डीएम से लगाई गुहार, डीएम ने एसीएम 2 को दिया जांच का आदेश, डॉक्टर्स की टीम के साथ एसीएम 2 ने शुरू की हॉस्पिटल को सील करने की कार्यवाही।*
*हॉस्पिटल सील के डर एवं आईएमए का गलत सहारा लेने पर हॉस्पिटल के एमडी ने लिखित में मांगी माफी।*
*जुबां पे आने वाली बात, बार-बार दोहराने वाली बात।* ऐसे तो डॉक्टर को भगवान के रूप का दर्जा दिया गया है क्योकि एक डॉक्टर गंभीर बीमारियों का इलाज करके इंसान की जिंदगी बचाता है। परंतु *जब कोई डॉक्टर अपने ही मरीज के साथ दुर्व्यवहार करता है और मरीज की हालत गंभीर होने पर झूठ का सहारा लेकर भर्ती करने से मना कर देता है तो कोई न कोई इंसान फरिश्ता बनकर सहारा बनता है और वो इंसान ऐसा हो जिसके पास अपार शक्तियां हों और उन शक्तियों को जनहित के लिए उपयोग करके सहारा बन रहा हो तो वह इंसान भी डॉक्टर की तरह ही ईश्वर का रूप मान लिया जाता है।*
ऐसा ही कुछ किया आज अलीगढ़ के डीएम श्री चन्द्र भूषण सिंह ने। एक महिला *जो 9 माह से गर्भवती थी, उसका इलाज मेडिकल रोड, सर सैयद नगर के फिरोज़ स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में चल रहा था। आज जब उस महिला की हालत खराब हुई और वह फिरोज़ हॉस्पिटल पहुंची तो हिस्पिटल के एमडी ने महिला को देखने व भर्ती करने से मना कर दिया और महिला को कहा कि डीएम से अनुमति लेकर आओ तब भर्ती करेंगे।* महिला वापस घर आ गई और उसने सहायता के लिए डीएम से गुहार लगाई। डीएम श्री सिंह को जब पूरा प्रकरण पता चला तो उन्होंने अपने *तेज तर्रार अधिकारी एसीएम 2 श्री रंजीत सिंह के साथ एसीएमओ डॉ. अनुपम भास्कर तथा डीएमओ डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ को जांच के लिए फिरोज़ हॉस्पिटल भेजा।*
एसीएम 2 श्री सिंह के नेतृत्व में जब टीम फिरोज़ हॉस्पिटल पर पहुंची तो हॉस्पिटल के एमडी से पूरे प्रकरण के बारे में पूछताछ की। हॉस्पिटल के एमडी ने कहा कि *आईएमए के निर्णय पर महिला को देखने और भर्ती करने से मना किया था और डीएम की अनुमति के लिए बोला था। यहां आपके लिए ये जानना बहुत आवश्यक है कि हॉस्पिटल के एमडी आईएमए का सहारा ले रहे थे जबकि वह स्वयं आईएमए के सदस्य नहीं हैं।* जब एसीएम 2 ने आईएमए के निर्णय के पत्र और डीएम से अनुमति लेने सम्बन्धी दस्तावेज मांगे तो हॉस्पिटल के एमडी कुछ न दिखा सके। हॉस्पिटल के एमडी ने आईएमए का झूठा सहारा लिया और डीएम की अनुमति के सम्बंध में भी गलत जानकारी दी। उसके पश्चात भी उन्होंने महिला मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया। इस पर जब *एसीएम 2 श्री रंजीत सिंह ने अपनी टीम के साथ हॉस्पिटल को सील करने की कार्यवाही शुरू की तो हॉस्पिटल के एमडी ने माफी मांगते हुए महिला मरीज को भर्ती करने और इलाज करने का आश्वासन दिया। इस संबंध में फिरोज़ हॉस्पिटल के एमडी के द्वारा लिखित में भी माफीनामा डीएम अलीगढ़ को प्रस्तुत किया है।* इस पूरी कार्यवाही पर महिला मरीज ने डीएम श्री सिंह का आभार व्यक्त किया है।
*👇देखिये फ़ोटो व हॉस्पिटल का माफीनामा👇*