अलीगढ़ के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में मैरिस रोड चौराहे के पास शुक्रवार रात कार सवार युवकों का किसी से रोडरेज को लेकर विवाद हो गया। जिससे विवाद हुआ, उन लोगों के जाने पर कार सवार युवकों ने पास में खड़ी अन्य कार में बैठे पशु व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी। पशु व्यापारी अपने बच्चे व पड़ोसी के साथ घूमने निकले थे। एसएसपी कलानिधि नैथानी घटनास्थल पर पहुंचे और सीसीटीवी कैमरे खंगालकर आरोपितों को चिह्नित करवाया था।
फाइल फोटो
देहलीगेट क्षेत्र के ख्वाजा चौक निवासी पशु व्यापारी कमाल कुरैशी पुत्र हनीफ कुरेशी शुक्रवार रात 11 बजे तीन साल के बेटे व पड़ोसी के साथ आइ-20 कार में शहर में निकले थे। मैरिस रोड चौराहे से अब्दुल्ला स्कूल को जाने वाले रास्ते पर मीट की दुकान के सामने इन्होंने कार रोकी। यहां सामने से आ रही आल्टो कार में सवार युवकों का किसी वाहन से टक्कर होने पर विवाद हो गया। दूसरे वाहन में सवार लोग वहां से निकल गए। कार सवार युवक नशे में थे। इन्होंने चौराहे पर ही हथियार निकाल लिया और पास में खड़ी पशु व्यापारी की कार की तरफ बढ़ गए। कार का दरवाजा खोलकर फायरिग कर दी। दो गोली पशु व्यापारी को लगीं। एक गोली सीने से पार हो गई, दूसरी बांह में लगी।घायल अवस्थाथा में
आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने घायल को जेएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां मौत हो गई। एसएसपी ने मेडिकल कालेज पहुंचकर जानकारी ली थी। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचे। यहां एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय मौजूद थे। एसएसपी ने बताया कि घटना रोडरेज को लेकर हुई है। जिस व्यक्ति को गोली मारी गई।
उसका कोई विवाद नहीं था।
आज थाना कोतवाली क्षेत्र के हड्डी गोदाम पर कमाल कुरेशी के परिजनों ने व रिश्तेदारों ने शव रख कर प्रदर्शन हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर मुआवजा की मांग 3 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। जनाजे को कब्रिस्तान मखदूम नगर रोड पर दफनाया गया
प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के मुआवज़ा दिलाने के आश्वासन पर प्रदर्शन खत्म किया मौके पर एडीएम सिटी काफी प्रशासनिक अधिकारी चार थानों का पुलिस फोर्स मौजूद रहा। पूर्व विधायक जफर आलम, हाजी जहीर ठेकेदार कीवी मेहनत रंग लाई उन्होंने भी लोगों को काफी समझाया, महापौर अलीगढ़ मोहम्मद फुरकान, समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी, बीएसपी से मोहम्मद इरफान, रजिया खान, मोहम्मद नाजिम नौशाद केले वाले युवा सपा नेता,अन्य पार्टियों के नेता मौजूद रहे
लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया
महानगर के सिविल लाइंस के मैरिस रोड चौराहे पर शुक्रवार देर रात हुई सनसनीखेज वारदात के मूल में जो भी रहा हो या हमलावर जो भी हों। मगर एक खास बात ये है कि पिता के साथ आखिरी समय तक रहा ढाई साल का मासूम अपने पिता की मौत से अंजान रहा। बेशक वह कार में सवार था। मगर उसे नहीं मालूम कि आखिर हुआ क्या? घटनास्थल से ही राहगीर उसे जेएन मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। बच्चे को इमरजेंसी के गेट पर कुर्सी पर बैठा दिया गया। वह वहां भी आराम से बैठा था। देर रात तक परिवार के सदस्य पहुंचे तब उसे अपने साथ लिया।
आखिर मैरिस रोड चौराहे पर क्यों रुका था कमाल कुरेशी
चार भाइयों में सबसे छोटे कमाल कुरेशी देर रात के समय अक्सर घूमने निकलते थे। रात वे अपने छोटे बेटे अबुजर को व पड़ोसी किशोर को साथ ले गए थे। पड़ोसी किशोर को साथ ले जाने का मकसद बच्चे को संभालना रहा था। मेडिकल कॉलेज में मौजूद पड़ोसी किशोर ने बताया कि देर रात घर से चलकर इधर उधर घूमते हुए हम लोग मैरिस रोड पर पहुंचे। वहां कमाल भाई ने क्यों गाड़ी रोकी थी। उन्हें नहीं पता। वे कार में अंदर ही बैठे थे। इसी बीच अचानक लालडिग्गी की ओर से एक कार आई और उसमें सवार युवकों ने उतरकर वहां मौजूद लोगों से झगड़ना शुरू कर दिया। इसी बीच अचानक हमारी ओर आकर कमाल भाई को बाहर खींचकर गोली मार दी।
चौराहे पर मौजूद पुलिस हमलावरों के पीछे दौड़ी
जिस वक्त ये घटना हुई, उस वक्त चौराहे पर पीआरवी खड़ी थी। उसमें पुलिसकर्मी मौजूद थे। जैसे ही उन्होंने फायरिंग का शोर सुना तो वे हरकत में आए। पुलिस को देख हमलावर अपनी कार में सवार होकर लक्ष्मीबाई मार्ग की ओर से रामघाट रोड पर क्वार्सी की ओर भागे। इस पर पीआरवीकर्मी अपनी गाड़ी लेकर उनके पीछे दौड़े। इस बीच वायरलेस पर सूचना प्रसारित हो गई तो क्वार्सी पुलिस की जीप ने भी घेराबंदी का प्रयास किया। मगर हमलावर तेजी से निकल गए।
पिस्टल देख पीछे हटा स्कूटी सवार
प्रत्यक्षदर्शी स्कूटी सवार शहनवाज ने पुलिस को जानकारी दी है कि जब उससे कार सवारों का विवाद हुआ तो उसने उनकी ओवरस्पीड पर उन्हें रोका था। वे लक्ष्मीबाई मार्ग से लालडिग्गी की ओर चौराहे पर बिना रुके निकले थे। नशे में थे। वह खुद उनकी टक्कर से बचा। इस पर उन्हें इशारा देकर रोका तो उन्होंने झगड़ा करते हुए पिस्टल हाथ में ले ली। इस पर वह डर गया और पीछे हट गया। बाद में वे कुछ मिनट बाद ही वापस लौटे और उन्होंने फिर उसी स्पीड से गाड़ी चलाई। जैसे ही गाड़ी चौराहे पर आई तो कुछ लोगों से फिर उनका विवाद हुआ। इसी विवाद में उन्होंने यह हत्या की है।