अलीगढ़ के कुरैशी बिरादरी के सदर व उद्योगपति हाजी जहीर कुरैशी साहब ने मृतकों हाथरस निवासी शैफी कुरैशी के परिजनों को 6 लाख रुपए दिए दो-दो लाख की तीन बेटियों के नाम एफडी करा कर
सदर हाजी जहीर कुरैशी व उद्योगपति परिजनों को एफडी देते हुए
यूपी के अलीगढ़ में इगलास में कस्बे की सराय बाजार स्थित मस्जिद में 27 जून शुक्रवार दोपहर को जुमे की नमाज पढ़ने पहुंचे हाथरस के एक टेंपो चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस व मुतवल्ली का कहना था कि मस्जिद में चालक का दिमागी संतुलन बिगड़ गया था। उसे बमुश्किल काबू किया गया और अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। भतीजे ने कहा कि पुलिस ने उसे टॉर्चर किया और मारा-पीटा। इंस्पेक्टर नरेंद्र यादव ने बताया था हाथरस के मधुगढ़ी निवासी शैफी कुरैशी पुत्र महमूद कुरैशी टेंपो चलाते थे। शुक्रवार दोपहर एक बजे वह कस्बा के सराय बाजार कंपाउंड स्थित मस्जिद में पहुंच था। यहां उसने हंगामा करते हुए सिर पटकना शुरू कर दिया था। इसकी सूचना नमाजियों द्वारा कोतवाली पर आकर दी गई कि एक युवक हंगामा कर रहा है और नमाज भी नहीं पढ़ने दे रहा। फोटो सैफी कुरैशी
पुलिस के पहुंचने पर भी युवक शांत नहीं हुआ। पुलिस से गालीगलौज करने लगा। उसकी हालत ठीक नहीं होने पर पुलिस ने लोगों की मदद से उसके हाथ-पैर पकड़कर काबू किया और किसी प्रकार गाड़ी में बिठाया। युवक की हालत ठीक नहीं होने पर उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया था, यहां करीब तीन घंटे उपचार चला। उसे जेएन मेडिकल कालेज अलीगढ़ रेफर किया गया था। वहां उपचार के दौरान युवक की मृत्यु हो गई थी। इंस्पेक्टर के अनुसार चालक की मानसिक हालत ठीक नहीं बताई गई थी। उसका आगरा से इलाज भी चल रहा था। वह नशे का आदी भी था।
भतीजे ने कहा- थाने ले जाकर पीटा
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक में पुलिस लोगों की मदद से चालक को काबू कर रही है। शैफी के परिवार में तीन बेटियां हैं। उनके भतीजे अरशद का कहना है कि उसके चाचा हाथरस और इगलास तक टेंपो चलाते हैं। उनका रोज का काम है। उन्हें कभी-कभी दौरे पड़ते थे। लेकिन, अगर ऐसी कोई घटना हुई थी तो परिवार को मौके पर क्यों नहीं बुलाया। डेढ़ से दो बजे तक वह मस्जिद में था। बाद में उसे पुलिस थाने ले गई। आरोप है कि वहां उसके साथ मारपीट की गई। फिर जेएन मेडिकल कॉलेज में ले गए।
शाम चार बजे परिजनों को मौत की जानकारी दी थी। शैफी के हाथ-पैरों में चोट के निशान थे। मुंह व नाक से खून निकल रहा था। चेहरा नीला पड़ा हुआ है। उनकी। सीओ इगलास, महेश कुमार ने बताया था मस्जिद में एक व्यक्ति द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने जैसे तैसे उसे काबू में करके अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। मस्जिद के सीसीटीवी में घटना कैद हुई थी। मारपीट के आरोप गलत हैं।